मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
भैया मलहबा रे, नैया लगा दे नदिया के पार
बहिनी बटोहिन गे, खोजि लही दोसर घटवार
हम तोरा देबौ एबा-खेबा, लोटा देबौ इनाम
भैया मलहबा रे, नैया लगा दे नदिया के पार
हम नै लेबौ एबा-खेबा, नै लेबौ इनाम
बहिनी बटोहिन गे, खोजि लही दोसर घटवार
हम तोरा देबौ कटनी मरिया सोनमा देबौ उतारि
भैया मलहबा रे, नैया लगा दे नदिया के पार
हम नै लेबौ कटनी मरिया, नै सोना उतारि
बहिनी बटोहिन गे, खोजि लही दोसर घटवार
जटबा देबौ एबा-खेबा, जटनी देबौ इनाम
भइया मलहबा रे, नैया लगा दे नदिया के पार
हम नै लेबौ एबा-खेबा, जटनी लेबौ इनाम
बहिनी बटोहिन गे, उतारि देबौ नदिया के पार