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भोर सूं आथण तांई / सांवर दइया

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भोर सूं आथण तांई
चाल्यां जा तूं थाकण तांई

थारी रोसणी थारै मांय
करसी झाड़ा-जागण कांई

दो मीठा बोल ई कौल है
जीणो मरणो साथण तांई

आ रंग दिखावैला जरूर
ठहर जा पीड़ पाकण तांई

आ कलम काळी क्यूं करै तूं
कूड़ा वाचा भाखण तांई