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मंगल वाद्य बजाओ / सरोजिनी कुलश्रेष्ठ
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मंगल वाद्य बजाओ
आ पहुँचा पन्द्रह अगस्त फिर
गाओ 'जनगण' गाओ
मंगल वाद्य बजाओ॥
ध्वजा तिरंगी खोल उठाओ ऊपर
तीन रंग मिल फहरें फर-फर
सत्य धर्म का चक्र चलाओ
मगल वाद्य बजाओ॥
पूजो धरती को फूलो से
रहित करो राज को शूलों से
जय-जयकार मनाओ।
मंगल वाद्य बजाओ॥
नभ से आशीर्वाद झर रहे
प्रभुदित हैं भारतवासी सब
सबके मन में ज्योति जगाओ।
मंगल वाद्य बजाओ॥