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मंदिर के खोलहुँ किवाड़ / अंगिका लोकगीत

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   ♦   रचनाकार: अज्ञात

मंदिर के खोलहुँ किवाड़ सदाशिव ठाड़े दुनिया दरसन को
ठाड़े दुनिया दरसन को हो ठाड़े दुनिया दरसन को
मंदिर के खोलहुँ किवाड़ सदाशिव ठाड़े दुनिया दरसन को

काहे के मंदिरा बने हो काहे के मंदिरा न हो
काहे के लागे किवाड़ सदाशिव ठाड़े दुनिया दरसन को
मंदिर के खोलहुँ किवाड़ सदाशिव ठाड़े दुनिया दरसन को

पत्थर के मंदिरा बने हो पत्थर के मंदिरा न हो
चंदन लागे किवाड़ सदाशिव ठाड़े दुनिया दरसन को
मंदिर के खोलहुँ किवाड़ सदाशिव ठाड़े दुनिया दरसन को