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मच्छरों की शामत / दीनदयाल शर्मा
Kavita Kosh से
गाँव-शहर और गली-गली में
मच्छरों की भरमार है,
मच्छर क्यों नहीं होंगे यहाँ पर
कचरा बेशुमार है ।
घर-घर फैला है मलेरिया
किसकी ज़िम्मेदारी है,
कोई भी लग जाए रोग
होती बड़ी बीमारी है ।
गली-गली और गाँव-शहर में
रखेंगे हम रोज सफ़ाई,
कूड़ेदान में डालें कचरा
मच्छरों की फिर शामत आई ।।