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मतलब ही जुदा हो जाएगा / विजय वाते
Kavita Kosh से
बात उलझेगी तो मतलब ही जुदा हो जाएगा|
साफ़ सुथरा शब्द धुलकर आईना हो जाएगा|
सच की राहों में हजारों मुश्किलें भी आएँगी,
और ख़ुद से हौद का साया भी जुदा हो जाएगा|
चाबियों वाले खिलौने, रेत के घर लोरियाँ,
सरे रिश्ते भूल कर वो कल बड़ा हो जाएगा|
दो कदम हम भी बढेंगे तुम चलो जो दो कदम,
या तो हम मिल जाएंगे या फैसला हो जाएगा|
दिल से निकले वह तो आँखे भी चमकेंगी "विजय"
तालियों का शेर वरना बेमज़ा हो जाएगा|