भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
मति का फेर / मुसाफ़िर बैठा
Kavita Kosh से
घटना:
साहित्यिक राजेन्द्र यादव ने
सांस्कृतिक मुहावरे में लपेट
हनुमान को रावण की लंका में
घुस आया एक आतंकवादी बताया
गृहीत धर्म अर्थ:
और प्रकारांतर से राम को
आतंकी सरगना
फौरी प्रतिक्रिया:
राम! राम !
साहित्यिकों का
बुद्धिजीवियों का ऐसा धृष्ट कर्म
प्रतिक्रिया विशेषः
हे महावीर राम (भक्त) !
उन्हें बख्शना (मत) !
2005