मदारे-हर अमले-नेकोबद है नीयत पर।
अगर हुनाह की नीयत न हो गुनाह नहीं॥
नक़ाब उलट दिया मूसा ने तूर पर उनका।
अगर गुनाह सलीक़े से हो, गुनाह नहीं॥
मदारे-हर अमले-नेकोबद है नीयत पर।
अगर हुनाह की नीयत न हो गुनाह नहीं॥
नक़ाब उलट दिया मूसा ने तूर पर उनका।
अगर गुनाह सलीक़े से हो, गुनाह नहीं॥