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मनुष्य देवता / सुधेश

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भारत की जनसंख्या थी जब
तैतीस करोड़
तब उतने ही थे देवता
 
आज सवा सौ करोड़ में
कितने देवता है ?
शायद कुछ तो होंगे ही

पर लगता है कि
आज अधिक हैं राक्षस
जैसे मुद्रा-राक्षस
अर्थात मुद्रा के पीछे राक्षस

ब्रह्मराक्षस
जो ब्रह्म हो के राक्षस

बुद्धि राक्षस
अर्थात बुद्धिजीवी वेष में राक्षस

पर उन के नाम मात्र आवरण हैं
आचरण राक्षसी

पर भारत सरकार कराती कभी-कभी
जनगणना ।