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मन थरपै / ओम पुरोहित कागद
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मन थरपै देव-कुदेव
भय-भूत
सांवटै बिगसावै गना
थापै-थरपै आस
आस री आस खूंटै
सांसां रा
आरोह-अवरोह
मन रो अथाह मोह
नीं नीवड़ै
भव में।