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महंगाई और प्रेम / महेश सन्तुष्ट
Kavita Kosh से
एक आदमी के
तीन जवान
लड़कियां हैं,
जिनमें से
एक- सब्जी वाले से
दूसरी- दूध वाले से
तीसरी- मकान मालिक से
प्यार करती है
और
एक परिवार का खर्च
आसानी से चलता है
आज की महंगाई से
उसका
कोई ताल्लुक नहीं है।