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महादेव जी का असनान / बिहुला कथा / अंगिका लोकगाथा
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होरे बंदों असनान हे देवता भोला महादेव हेमाया।
होरे करि असनान रे देवता भैगेली तैयार हेमाया॥
होरे नजर पड़लै हे देवता कमल केर फूल हेमाया॥
होरे फूलतोड़े गेलामहादेव छाती भरि पानी हेमाया।
होरे महादेव आगूरे फूल चलत जे आधे हेमाया॥
होरे फूलतोड़े आनेहे महादेव ऊपर भये गेला हेमाया॥