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महान समय, व्यर्थ में / बैर्तोल्त ब्रेष्त / उज्ज्वल भट्टाचार्य
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मुझे पता था, शहर बन रहे हैं
मैं वहां नहीं गया ।
उनकी जगह
आँकड़ों में हैं,
इतिहास में नहीं।
सोचा मैंने।
क्या बिसात शहरों की,
बनते हैं अगर
बिना जनता की सूझ के ?
1953
मूल जर्मन भाषा से अनुवाद : उज्ज्वल भट्टाचार्य