महेंद्र 'मधुप' / परिचय
महेंद्र ‘मधुप’
स्नातकोत्तर शिक्षा प्राप्त, जल संसाधन विभाग, बिहार सरकार से अवकाश-प्राप्त.
पत्रकारिता एवं स्वतंत्र लेखन में अभिरुचि.
श्रमिक संगठनों में सक्रिय भूमिका, सामाजिक-राजनीतिक गतिविधियों में योगदान.
लम्बे समय तक अनेक बज्जिका-भासी पत्रिकाओं के सम्पादन का श्रेय.
देश के अनेक अखबारों, पत्रिकाओं में हिंदी एवं बज्जिका रचनाओं का प्रकाशन
सम्मान – बिहार सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा कला, साहित्य, संस्कृति के उन्नयन में योगदान हेतु सम्मानित. भारतीय साहित्यकार संसद, समस्तीपुर (बिहार) द्वारा ‘दुष्यंत कुमार’ राष्ट्रीय शिखर सम्मान. भारतीय दलित साहित्य अकादमी, नई दिल्ली द्वारा डॉ. भीमराव अम्बेदकर फेलोशिप
कृतियाँ – (1) प्रातः स्मरणीय मन्त्र एवं भजन संग्रह, 2004 (2) मुट्ठी भर आग (कविता संग्रह), 2005 (3) तस्वीर बोल उठी (कहानी संग्रह), 2006 (4) भगजोगनी (कविता संग्रह), 2008
सम्प्रति निवास – गन्नीपुर, अघोरिया बाज़ार, हाजीपुर रोड, मुजफ्फरपुर (बिहार)