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माँ का विलाप / काएसिन कुलिएव / सुधीर सक्सेना
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माँ विलाप कर रही है
अपने पायलट बेटे के लिए
कई रातों से सोई नहीं
वह ताकती रहती है घुप्प अन्धेरे में,
गो उसका बेटा लौट आएगा
गो वह हवाई-दुर्घटना में मारा नहीं गया ।
मुझे दिखाई देते हैं
एक दूसरी माँ के आँसूँ
वह भी ताकती रहती है रात के घुप्प अन्धेरे में
और बिलखती है अपने बेटे के लिए
जो मारा गया था
पाँच सहस्त्र वर्ष पूर्व रथ दुर्घटना में ।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : सुधीर सक्सेना