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माँ को समझा किसने / समझदार किसिम के लोग / लालित्य ललित

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माँ
को समझा किसने
आपने मैंने
या किताबों में पढ़ा
कि माँ ऐसी थीं
ऐसी है या ऐसी होगी
माँ ने
हमेशा
नालायक बेटे की परवाह की
नालायक बेटा
माँ की चिता को
दाग देने भी नहीं आया
और
बेचारा पिता
सुबकते-सुबकते ही
खामोश हो गया
और माँ
माँ को समझा किसने ?