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माई लाई गाँव के बच्चियों की क़ब्र / अनामिका अनु

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माई लाई गाँव में मारी गयी
 कुछ बच्चियाँ शिन्ह पेंटिंग बन गयी
कुछ फूलों की क्यारियाँ
कुछ प्राचीन लाल टाइलों वाली छत
और दीवारें

कुछ अब भी विचरती रहती हैं
गोल नाव में बैठकर
वे देखती हैं
कभी आकाश
तो कभी नारियल के पेड़

संयुक्त राष्ट्र संघ की सभा में रो रही थी
एक ईराकी लड़की
उसके रोने भर से जाग गयी थी क़ब्रों में सोयी
 उन बच्चियों की आत्माएँ
 जिनके देह पर उम्र से ज़्यादा बड़े घाव थें

उस यज़ीदी लड़की ने एक बार कहा था
कि काश युद्घ में सतायी गयी वह अंतिम लड़की
हो पाती!
और आमीन से गूँज उठी थीं सब क़ब्रें