भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
माक्स जाकोब
Kavita Kosh से
माक्स जाकोब
क्या आपके पास चित्र उपलब्ध है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
जन्म | 12 जुलाई 1876 |
---|---|
निधन | 5 मार्च 1944, द्रान्सी, सेना-सेन-देनी |
उपनाम | Max Jacob |
जन्म स्थान | केम्पेर, फ़िनिस्तेर, फ़्रांस |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
फ़्रांस में रह रहे एक जर्मन यहूदी परिवार में जन्म। अट्ठारह वर्ष की उम्र में 1894 में पेरिस आ गए और फिर वहीं रहने लगे। बाईस वर्ष की उम्र में लिओन दवीद के उपनाम से आलोचनात्मक लेख लिखने शुरू किए। 1901 में चित्रकार पाब्लो पिकासो से मुलाक़ात हुई, जो बाद में गहरी दोस्ती में बदल गई। कुछ समय तक दोनों एक ही घर में साथ-साथ रहे। बाद में पिकासो ने ही इनका परिचय कवि गिओम अपोलिनैर, चित्रकार मोदिल्यानी, ब्राक, देरेन और रूसो से कराया। हस्तरेखा विज्ञान और ज्योतिष में माक्स गहरी दिलचस्पी लेते थे। ईश्वरीय रहस्यों और तालमूद यहूदीवाद में भी रुचि थी। समलैंगिकों के साथ गहरे सम्बन्ध थे, लेकिन वे अपनी इस स्थिति को लेकर बेचैन भी रहते थे। 1936 से 1944 तक एक मठ में ईसाई भिक्षुओं के साथ रहे। 24 फ़रवरी 1944 को इन्हें यहूदी होने के कारण जर्मन सेना ने गिरफ़्तार कर लिया और देआन्सी बन्दी शिविर में भेज दिया गया। जहाँ एक हफ़्ते बाद ही निमोनिया होने की वजह से 67 वर्ष की उम्र में इनका देहान्त हो गया। शुरू में उत्तर-पश्चिमी फ़्रांस के ब्रेतान प्रायद्वीप कॊ लोकसंस्कृति में गहरी दिलचस्पी होने की वजह से ब्रेतान की स्थानीय बोली में बच्चों के लिए कविताएँ लिखीं। इनकी कविताएँ चुटकुलों और व्यंग्य की अजीब सी भाषा में होती थीं, जिसे बाद में अतियथार्थवादी भाषा कहा गया | |
जीवन परिचय | |
माक्स जाकोब / परिचय |