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माग बेटी तू कोए और वरदान ले / मेहर सिंह

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वार्ता- जब खुद यमराज उसे लेकर चल पड़ता है तो सावित्री उसके पीछे-पीछे चलती है तो यमराज उसे क्या कहता है-

तेरा पति तनै फेर मिलै ना, मांग बेटी तूं कोए और वरदान ले
मांग बेटी तूं कोए और वरदान ले।टेक

सेवा कर सास ससुर अन्धे की
तजकै तृष्णा काम गन्दे की
कुछ बन्दे की पेस चलै ना ज्यब काढ् सांस भगवान ले।

तेरा पति स्वर्ग लोक नै जाता
टूट लिया घर कुणबे नैं नाता
बेमाता का लेख टळै ना चाहे लाख जतन कर इन्सान ले।

आज दुःख भर्या संसार
सबनै मात का दिन सै त्यार
काल की बली की मार झलै ना, ओट बूढ़ा कोण जवान ले।

सरै ना कमाए खाए बिना
कपटी मन बहलाए बिना
गाऐ बजाऐ बिना चमन खिलैना, मेहर सिंह तू सतगुरु तै ज्ञान ले।