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मातृभूमि / रोज़ा आउसलेण्डर
Kavita Kosh से
मर चुकी है मेरी पितृभूमि
दफना दिया है उन्होंने
उसे आग में I
निवास करती हूँ मैं
अपनी मातृभूमि
“शब्द” में II
मूल जर्मन भाषा से प्रतिभा उपाध्याय द्वारा अनूदित