माथे लगी बेंदी, हाथों में लगी मेंहदी / हिन्दी लोकगीत
- अंगिका लोकगीत
- अवधी लोकगीत
- कन्नौजी लोकगीत
- कश्मीरी लोकगीत
- कोरकू लोकगीत
- कुमाँऊनी लोकगीत
- खड़ी बोली लोकगीत
- गढ़वाली लोकगीत
- गुजराती लोकगीत
- गोंड लोकगीत
- छत्तीसगढ़ी लोकगीत
- निमाड़ी लोकगीत
- पंजाबी लोकगीत
- पँवारी लोकगीत
- बघेली लोकगीत
- बाँगरू लोकगीत
- बांग्ला लोकगीत
- बुन्देली लोकगीत
- बैगा लोकगीत
- ब्रजभाषा लोकगीत
- भदावरी लोकगीत
- भील लोकगीत
- भोजपुरी लोकगीत
- मगही लोकगीत
- मराठी लोकगीत
- माड़िया लोकगीत
- मालवी लोकगीत
- मैथिली लोकगीत
- राजस्थानी लोकगीत
- संथाली लोकगीत
- संस्कृत लोकगीत
- हरियाणवी लोकगीत
- हिन्दी लोकगीत
- हिमाचली लोकगीत
माथे लगी बेंदी, हाथों में लगी मेंहदी-२
प्यारी सी जच्चा सजन संग चली
मेरी सासू के अरमान पूरे हुए, और
चरुवे की घड़ी में लालन हुए
मेरी प्यारी सासू को कंगन चाहिए-२
प्यारी सी जच्चा सजन संग चली.
माथे लगी बेंदी, हाथों में लगी मेंहदी-२
प्यारी सी जच्चा सजन संग चली
मेरी जिठनी के अरमान पूरे हुए, और
पिपरी की घड़ी में लालन हुए
मेरी प्यारी जिठनी को हरवा चाहिए-२
प्यारी सी जच्चा सजन संग चली.
माथे लगी बेंदी, हाथों में लगी मेंहदी-२
प्यारी सी जच्चा सजन संग चली
मेरी ननदी के अरमान पूरे हुए, और
छठी की घड़ी में लालन हुए
मेरी प्यारी ननदी को झाला चाहिए-२
प्यारी सी जच्चा सजन संग चली.
माथे लगी बेंदी, हाथों में लगी मेंहदी-२
प्यारी सी जच्चा सजन संग चली
मेरे देवर के अरमान पूरे हुए, और
वंशी की घड़ी में लालन हुए
मेरी प्यारे देवर को घड़ियाँ चाहिए-२
प्यारी सी जच्चा सजन संग चली.
माथे लगी बेंदी, हाथों में लगी मेंहदी-२
प्यारी सी जच्चा सजन संग चली
मेरी सखियों के अरमान पूरे हुए, और
मंगल की घड़ी में लालन हुए
मेरी प्यारी सखियों को लड्डू चाहिए-२
प्यारी सी जच्चा सजन संग चली.