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माधवपुर बजार हुलमहुल छै रे ललना / मैथिली लोकगीत
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मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
माधवपुर बजार हुलमहुल छै रे ललना
ओहिमे बुढ़बा बिकाइ छै रे ललना
केओ नहि बुढ़बा के मोलबइ छै रे ललना
मोलबय गेली फन्ना छिनरो
कय रुपैया तोहर दाम छौ रे ललना
कय रुपैया तोरा साथ छौ रे ललना
पांच रुपैया हमर दाम छै रे ललना
दस रुपैया हमरा साथ छै रे ललना
आंखि आन्हर छै कान बहीर छै
हाथ पयर लुल्ह ठक हिजरा छै रे ललना