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मामा रोॅ मामा / दिनेश बाबा
Kavita Kosh से
मामा बनल सिपाही डेली
खूब करै छै कसरत
एक दिना ऊ एस.पी बनता
राखै मनों में हसरत
नम्बर एक के डिंगियल मामा
घरेॅ नै दैथौं पुठ्ठोॅ
ऐसन टोन में बात करै
कि कभी नै लगथौं झुट्ठॉे
एक दिना ढिंढ़ोरा पीटकै
कल पानी पर चलतै
मतर नैं लोगें जानें पारकै
फुल्लिस डे में छलतै
रात में एक दिन चोर घुसी केॅ
लै गेलै सब माल
मामा जी बंदूक नुकाय केॅ
खूब बजाबै गाल
क्रोध में जब काँपै मामा जी
मोंछ देखों लहरैथौं
रूप अजूबा तोंदियल मामा
सब केॅ खूब हँसैथौं