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मार्च ‘79 से / टोमास ट्रान्सटोमर / मोनिका कुमार
Kavita Kosh से
उन सब से ऊब कर
जिनके पास
केवल शब्द होते हैं
केवल शब्द
और कोई भाषा नहीं
मैं बर्फ़ से ढके द्वीप पर गया
जंगल की
कोई भाषा नहीं होती
अनलिखे पन्ने
सभी दिशाओं में फैले रहते हैं !
मुझे वहाँ बर्फ पर
हिरन के खुरों के निशान
दिखाई दिए
उन निशानों में
भाषा थी
पर शब्द नहीं थे
अँग्रेज़ी से अनुवाद : मोनिका कुमार