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मार्या रै चन्द्रदत्त ना जिया जा / मेहर सिंह

वार्ता- रणबीर सैन क्या कहता है सुनिए

खटका लाग्या हूर का कर सोला सिंगार
मार्या रै चन्द्रदत्त ना जिया जा।टेक

मेरी तैं बींध दी नश नश, ना रहा आपे में बस
कद रस ले लूं गौरे से नूर का, छैल छबीली नार सारा रै
ऋतु दान कर दिया जा।

कुद बदनामी तै डरिए, मतना फंदे बीच भरिए
कुछ करिए काम सूहर का, बच्चे पण का सै प्यारा म्हारा रै
कदे टूट बेल तै घिया जा

आगे की दो कली नहीं मिली