भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
मिट्टी के तेल के साथ चीनी का स्वाद / विजय गौड़
Kavita Kosh से
राशन की दुकान पर
सामान तौलते लड़के से पूछो,
तेरी कमीज़ का
कॉलर कहाँ है?
तेरी पैंट का मुख्य बटन कहाँ है ?
वह कुछ नहीं कहेगा,
चुपचाप गर्दन नीचे झुका
पैर के अँगूठे से
बनाने लगेगा आकृतियाँ
पर जब तुम पूछोगे,
मिट्टी के तेल के साथ
चीनी का स्वाद कैसा होता है ?
वह झट कहेगा,
दुकानदार की झिड़क जैसा होता है ।