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मिठास / रेखा चमोली
Kavita Kosh से
बहुत कुछ बताया उसने
कल गाँव में हुए
थौलू के बारे में
कैसे देवता औतारे
रासौ करने में कौन थी सबसे आगे
किसके घर आए कितने मेहमान
चूड़ी-बिन्दी, खिलौने-चर्खी, खाना खिलाना
पर जो चमक
दस रूपये के दो आमों
के बारे में बताते हुए
उसकी आंखों में थी
उसकी मिठास के आगे
सब फीका पड़ गया।
(थौलू-स्थानीय मेला, रासौ-पहाड़ी सामूहिक नृत्य)