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मित्र कौन / अशोक कुमार
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					वह मित्र था 
वह दुश्मनों के साथ था 
वह शत्रु था 
वह मित्रो के साथ था 
मित्र कभी दुश्मन हुआ करता था 
शत्रु कभी मित्र हुआ करता था 
कोई विशुद्ध मित्र नहीं था 
कोई खांटी शत्रु भी नहीं 
ऐसा नहीं कि सारे मित्र ही थे या शत्रु 
आरम्भ में सारे मित्र ही थे 
यह तो जब शत्रुता शुरू हुई 
सुविधानुसार कोई मित्र हुआ था 
कोई शत्रु 
अब भी कोई एक मित्र था 
और कोई एक शत्रु 
और दोनों थे 
किसी शत्रुता के बहाने 
परस्पर मित्रता निभ रही थी।
 
	
	

