Last modified on 29 फ़रवरी 2008, at 10:58

मित्र नाम है सूर्य का / केदारनाथ अग्रवाल

मित्र नाम है सूर्य का

लेकिन तुम कोयला हो मेरे मित्र !

वर्तमान की जठराग्नि में जलने के लिए