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मिनख रो उणियारो / सांवर दइया
Kavita Kosh से
ऊगतै अर आथमतै
सूरज री लालासी देखतां-देखतां
बीतग्या बरस केई
मिनख रो उणियारो
हाल बियां ई
साव फीको
अर ललासी-बायरो है ।