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मुन्ने राजा / प्रकाश मनु

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मुन्ने राजा, मुन्ने राजा,
खूब बजाया तुमने बाजा।
ओहो कैसी तान उठाई,
वंशी कैसी मधुर बजाई!
जरा बजाओ ढम-ढम ढोल,
नाचे गुड़िया गोलमटोल।