भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
मुश्किल है किसके वास्ते / रसूल हमज़ातफ़ / साबिर सिद्दीक़ी
Kavita Kosh से
— मुश्किल है किसके वास्ते ये ज़िन्दगी की राह ?
— उसके लिए भरोसा न जिस पर कोई करे ।
— किसके लिए, बताओ, कठिनतम है ज़िन्दगी ?
— उसके लिए, भरोसा किसी पर न हो जिसे ।
रूसी भाषा से अनुवाद : साबिर सिद्दीक़ी