रूठे हुए दुलार पर हम मुस्करा दिए,
उनके मधुर प्रहार पर हम मुस्करा दिए,
अब वे बना रहे हैं बिगड़ी हुई-सी बात-
जब आँसुओं के द्वार पर हम मुस्करा दिए।
रूठे हुए दुलार पर हम मुस्करा दिए,
उनके मधुर प्रहार पर हम मुस्करा दिए,
अब वे बना रहे हैं बिगड़ी हुई-सी बात-
जब आँसुओं के द्वार पर हम मुस्करा दिए।