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मुस्करा दिए / चंद ताज़ा गुलाब तेरे नाम / शेरजंग गर्ग

रूठे हुए दुलार पर हम मुस्करा दिए,
उनके मधुर प्रहार पर हम मुस्करा दिए,
अब वे बना रहे हैं बिगड़ी हुई-सी बात-
जब आँसुओं के द्वार पर हम मुस्करा दिए।