भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
मूर्तिभंजकों की आस्था / पंकज चौधरी
Kavita Kosh से
मूर्तितोड़कों
मूर्तिभंजकों की
मूर्तियों में आस्था
तब दिखने लगी
जब उनकी मूर्तियां तोड़ी जाने लगीं।