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मृत्यु का ख़ौफ़ / सबीर हका
Kavita Kosh से
ताउम्र मैंने इस बात पर भरोसा किया
कि झूठ बोलना ग़लत होता है
ग़लत होता है किसी को परेशान करना
ताउम्र मैं इस बात को स्वीकार किया
कि मौत भी ज़िन्दगी का एक हिस्सा है
इसके बाद भी मुझे मृत्यु से डर लगता है
डर लगता है दूसरी दुनिया में भी मज़दूर बने रहने से।
अँग्रेज़ी से अनुवाद -- गीत चतुर्वेदी