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मेरा जन्मदिन / शकुंतला कालरा
Kavita Kosh से
चुनमुन-मुनमुन कल घर आना,
तुम मेरा जन्मदिन मनाना।
चीकू-मिकू तुम भी आना,
नीता-मीता को भी लाना।
आयेगी सब बच्चा टोली,
खूब करेंगे हँसीं-ठिठोली।
हा-हा, हो-हो टाफी-गोली,
खिल-खिल, खिल-खिल मीठी बोली।
होगा अच्छा धूम-धमाका,
आतिशबाज़ी और पटाखा।
ठाठा ठाठा-ठाठा ठाठा,
दर जाएँगे काकी-काका।
सब झूमे, नाचे गाएँगे,
हम बैंजो ख़ूब बजाएँगे।
महफिल में रंग जमाएँगे,
तब मिलकर मौज मनाएँगे।
होगी दावत ख़ूब उड़ाना,
गरम समोसे छककर खाना।
ठंडी-ठंडी कुल्फी पाना,
मित्रों तुम सब ख़ुशी मनाना।