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मेरा री हरियाला बन्ना लाख करोड़ी / हरियाणवी

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मेरा री हरियाला बन्ना लाख करोड़ी।
बाग बेच बागीचे बेचूं अर बेचूंगी अंबिया
अंबिया में की गुठली बेचूं तो बाबल की जाई
मेरी री...।
महल बेचूं दुमहिल बेचूं और बेचूंगी अटारी
अटारी में की खिड़की बेचूं तो बाबल की जाई
मेरी री...।
जब यह मांगे रो रो पैसा तब यह सासू तेरा
अब यह लाता भर भर थेली अब यह बन्ना मेरा
मेरी री...।
जब यह मांगे रो रो रोटी तब यह सासू तेरा
अब यह लावे भर भर दौने अब यह बन्ना मेरा
मेरी री...।
जब यह पहने कुर्ता टोपी तब यह सासू तेरा
अब यह पहने नीची धोती अब यह बालम मेरा
मेरी री...।
देवी धाई दुर्गा धाई जब यह बेटा पाला
अब बहू विधाता ऐसी आई अपना कर बैठाला
मेरी री...।
क्यों सासू तू देवी धाई क्यों धाई तू दुर्गा
पंचों दीन्हां हमने लीन्हा तूने क्या कर दीन्हा
मेरी री...।