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मेरी ओलिवर के बारे में / रश्मि भारद्वाज

Kavita Kosh से
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कविता कोई व्यवसाय नहीं है, यह जीवन जीने का तरीका है। यह एक ख़ाली टोकरी है, आप अपना जीवन इसमें डालते हैं और उससे कुछ तो बना ही लेते हैं। कविता को जीवन-पद्धति मानने वाली अमरीकी कवि मेरी ऑलिवर (1935-2019) अपनी आम बोलचाल की भाषा, प्राकृतिक बिम्बों एवं जीवन से परिपूर्ण पंक्तियों की वज़ह से अमरीका की सबसे चहेती कवि थीं।

उन्होंने समकालीन कविता को एक नई परिभाषा दी और आम जनता तक कविता को पहुँचाया, जो उसकी क्लिष्टता के कारण उससे दूर हो गई थी। मेरी की कविताएँ प्रकृति और मानवता के बीच एक पुल की तरह हैं जो बताती हैं कि किस तरह घास, झींगुर, सूरज या पक्षी अपनी प्राकृतिक रोशनी से इंसानी दुनिया में प्रेम का उजाला ला सकते हैं। किस तरह बिना कठिन और असाध्य हुए भी कविता की जा सकती है और उसे हाशिये पर पड़े उस आख़िरी इंसान तक पहुँचाया जा सकता है, जिसको उसकी सबसे ज़्यादा ज़रूरत है।

पुलित्ज़र और नैशनल बुक अवार्ड से सम्मानित इस कवि को द न्यूयॉर्क टाइम्स ने बेस्ट सेलिंग पोएट कहा है। एक दुखद बचपन का शिकार रही इस कवि को उनकी सकारात्मक और सरल कविताओं के लिए कविता के प्रेतों ने ‘प्रेरक’ एवं ‘आसान’ कहकर खारिज़ करने का प्रयास भी किया गया, पर वे पाठकों के मन से उन्हें बेदख़ल नहीं कर सके।

रश्मि भारद्वाज