देश की है शान मेरी जान तिरंगा।
न हिन्दू है इसाई, मुसलमान तिरंगा॥
झुकने न देंगे हम कभी तन भी निसार है।
लाखों हो गये है शाने कुरबान तिरंगा॥
बँटने न देंगे देश चाहे जान भी जाये।
दुश्मन के लिए मौत का फरमान तिरंगा॥
आपस में भाई चारा हो हिन्दोस्तान में।
है अज़मते इन्सान की पहचान तिरंगा॥
है नौजवान 'राना' क़दम पीछे न हटे।
सीमा का हमेशा ही निगहवान तिरंगा॥