इसे कुछ समय पहले ही खींचा गया था
पहली बार देखो तो तस्वीर में अस्पष्ट व धुन्धली रेखाएँ
और धूसर रँग ही दिखते हैं
फिर ज़रा ध्यान से देखो तो
बाएँ हाथ के कोने पर
देवदार की शाख़ उभरती-सी नज़र आती है
दाईं तरफ अधरस्ते में ढलान पर जड़ा हुआ-सा एक
घर दिखता है ।
पृष्ठभूमि में है एक झील
उसके पार हैं कुछ छोटी-छोटी पहाड़ियाँ
(यह तस्वीर दरअसल मेरे डूबने के दूसरे दिन ली गई थी)
तस्वीर के बीचोंबीच झील की सतह से ज़रा सा ही नीचे मैं हूँ
वैसे निश्चित तौर पर तो कहना कठिन है कि
मैं कितनी छोटी या कितनी बड़ी हूँ
क्योंकि पानी पर प्रकाश का असर छलावा है
फिर भी अगर तुम ज़रा देर तक ग़ौर से देखोगे
तो अन्ततः मुझे ढूंढ़ ही लोगे ।
मूल अँग्रेज़ी से अनुवाद : प्रतिमा दवे