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मेरी नाकू का नाक लग्यीं छा / सुन्दर नौटियाल

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मेरी नाकू का नाक लग्यीं छा -2
सुबेर बिटिन होणी दनका दनकी
रात बिटिन चुपचाप होयीं छा ।
मेरी नाकू का नाक लग्यीं छा -2

न हंसणु न देखणु न बाच बच्याण
औतरा औतरि मा कनी छ धाण ।
कखि कटोरा ठुरेणा, कखि थकुला बजणा
कखि बिगर बात नौन्याळ थिच्याण ।।
समझ नि औणु कुछ भी पर
जाणि कुजाणि क्या बात होईं छा ।।
मेरी नाकू का नाक लग्यीं छा -2

छुटि छुटि बातु पर तुनका तुनकि
वर गुपचुप ह्वैक बात लुकाण ।
गुस्सा रंदुन रख्यौं वींकी नाकी पर
छुट्टी नौनी सी पड़दी मनाण ।।
मुखड़ी करींन कजाळी व्यींकी
जिकुड़ी धोयेक साफ होयीं छा ।।
मेरी नाकू का नाक लग्यीं छा -2

मेरी संटुलि तू मेरी घुघती तू
मेरी मोरनी तू मेरी हिलांस ।
मेरी जिकुड़ी की धक धक मा तू
मेरा प्राणू की तू ही छ सांस ।।
चूं चीं चक चक छीं छां करदी
चखुली आज टुपटाप होयीं छा ।
मेरी नाकू का नाक लग्यीं छा -2

या लड़ै ओडा-चुल्ला की नी छ
जु यीं पर कैकी मौमार ह्वै जौ
एक दिन द्वि राति जन कन कटलि
ह्वै न सकदू जादा यू गुबार रये जौ ।।
द्वी शरील एक प्राण छ हमारा
जान शरीला का खिलाफ होयीं छा ।।
मेरी नाकू का नाक लग्यीं छा -2

रै नि सकदा हम एक दूजा बिन
यू मैं बि जाणदू यू त्वै भी पता छ ।
हम साथी बरसु सी सुख दुख का छ
कबि तेरी खता कभी मेरी खता छ ।
एक ज्यू इक प्राण छ हमारू
बड़ी बड़ी गलती माफ होयीं छ ।।
मेरी नाकू का नाक लग्यीं छा -2
सुबेर बिटिन होणी दनका दनकी
रात बिटिन चुपचाप होयीं छा ।
मेरी नाकू का नाक लग्यीं छा -2।।