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मेरे आसपास के लोग / रणजीत
Kavita Kosh से
मेरे आसपास बड़े सभ्य लोग रहते हैं
ये, जो पानी को तो कई-कई बार छानते हैं
पर ज़हरीली परम्पराओं को आँखें मीच कर पी जाते हैं ।
रोटी की पवित्रता का तो पूरा-पूरा ध्यान रखते हैं
पर सिद्धांत जूठे ही खा लेते हैं ।
सब्जी तो हमेशा ताज़ी ही काम में लाते हैं
पर आदर्श बासी ही अपना लेते हैं ।
कपड़े तो ख़ुद सिलवा कर ही पहनते हैं
पर विचार रेडिमेड ही ख़रीद लेते हैं ।
मकान तो अपना बनवाया हुआ ही पसन्द करते हैं
पर विश्वास किराए पर लेकर ही काम चला लेते हैं ।
कितने सभ्य हैं मेरे आसपास के लोग !!