मेरे चेहरे का बायाँ हिस्सा बीमार है / राकेश रंजन
मैं बाएँ कान से कम सुनता हूँ
उसकी झिल्ली में सूराख है सुई की नोक बराबर
मेरी बाईं आँख छोटी है
और रहती है लाल
गौर से देखो
मेरे चेहरे का बायाँ हिस्सा बीमार है
मैं दायाँ हाथ मिलाता हूँ
अभिवादन में उठाता हूँ दायाँ हाथ
मेरी दाईं मुट्ठी मजबूत है
घूँसा मारता दाएँ हाथ से
दाईं हथेली से बाईं को ठोककर देता हूँ ताल
चुटकी बजाता, आशीष देता, कविता लिखता
दाएँ हाथ से फेंकता हूँ गेंद
गेंदबाज के हमले के आगे होता मेरा बायाँ हिस्सा
पर कहाता दाएँ हाथ का बल्लेबाज
दाएँ पाँव से दागता हूँ गोल
दाईं लात मारता गरीब के पेट पर
मेरे दाएँ हाथ में खंजर बाएँ में ढाल
मेरे बाएँ अलँग पर
सत्ता और गुण्डों की ज्यादातर लाठियाँ
गन्दगी छूता बाएँ हाथ से
किसी करवट सोऊँ जागता बाईं करवट
मेरी बाईं आँख फड़कती
मैं दिल पर हाथ रखकर कहता
जो धड़कता है बाईं तरफ़ !