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मेरे लोग / बालकृष्ण काबरा 'एतेश' / लैंग्स्टन ह्यूज़
Kavita Kosh से
रात सुन्दर है,
मेरे लोगों के चेहरे भी।
सितारे सुन्दर हैं,
मेरे लोगों की आँखें भी।
सुन्दर है सूर्य भी
सुन्दर हैं मेरे लोगों की आत्माएँ भी।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : बालकृष्ण काबरा ’एतेश’