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मेरे सीने में ग़मे दिल का धुवां रहने दो / सिया सचदेव
Kavita Kosh से
दर्द जो दिल में निहाँ है सो निहाँ रहने दो
मेरे सीने में ग़मे दिल का धुवां रहने दो।
बड़ी मुश्किल से जगह पाई तुम्हारे दिल में
कम से कम अब मुझे दो पल तो यहाँ रहने दो।
मेरे एहसास से अफ़कार जनम लेते हैं
मेरे एहसास जवां है तो जवां रहने दो।
तुम्हें शोहरत की तमन्ना मुझे गुमनामी का शौक़
मेरे यारो मुझे बे नामो निशां रहने दो।
मुझे मालूम है क्या क्या है तुम्हारे दिल में
प्यार का लहजा मोहब्बत की ज़बां रहने दो।
अब वह आये हैं तो उनसे कोई शिकवा न करो
आज के दिन तो "सिया" तल्ख़ बयां रहने दो।