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मैंने अभी-अभी सपनों के बीज बोए थे / सुकान्त भट्टाचार्य

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मैंने अभी-अभी सपनों के बीज बोए थे

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रचनाकार: सुकान्त भट्टाचार्य
अनुवादक: उत्पल बैनर्जी
प्रकाशक: संवाद प्रकाशन, आई-499, शास्त्री नगर, मेरठ-250-004, उत्तरप्रदेश, भारत
वर्ष: 2006
मूल भाषा: बंगला
विषय: --
शैली: --
पृष्ठ संख्या: 160
ISBN: 81-87524-78-2
विविध: सुकान्त भट्टाचार्य की इन कविताओं का चयन और मूल बंगला से हिन्दी में अनुवाद उत्पल बैनर्जी ने किया है।

इस पन्ने पर दी गयी रचनाओं को विश्व भर के योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गयी प्रकाशक संबंधी जानकारी प्रिंटेड पुस्तक खरीदने में आपकी सहायता के लिये दी गयी है।

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