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मैंने एक बढ़िया ऑमलेट लिखा / निक्की जोवान्नी
Kavita Kosh से
मैंने एक बढ़िया ऑमलेट लिखा और खाया
एक गर्म कविता , तुमको प्यार करने के बाद
अपनी गाड़ी का बटन लगाया, और अपने कोट को
चला कर घर आई, बारिश में
तुमको प्यार करने के बाद
मैं लाल पर चली और हरे पर रुकी
यहाँ और वहाँ होने के अन्तराल में
तिरी, तुमको प्यार करने के बाद
मैंने बिस्तर को बाँधा, बालों को बिछाया
ज़रा से असमंजस में, पर परवाह नहीं
अपने दाँतों को रखा, और कपड़ों से किया कुल्ला
फिर मैं खड़ी हुई और ख़ुद को लिटाया
सोने के लिए
तुमको प्यार करने के बाद