रचनाकार: |
कहे तोसे सजना,ये तोहरी सजनिया
पग पग लिए जाऊं, तोहरी बलैयां मैं
पग पग लिए जाऊं, तोहरी बलैयां
मगन अपनी धुन में रहे मोरा सैयां
पग पग लिए जाऊं,तोहरी बलैयां
पग पग लिए जाऊं,तोहरी बलैयां
बदरिया सी बरसूँ, घटा बन के छाऊँ
बदरिया सी बरसूँ
हो, बदरिया सी बरसूँ, घटा बन के छाऊँ
जिया तो ये चाहे, तोहे अंग लगाऊं
लाज निगोड़ी मोरी , रोके है पैयां
पग पग लिए जाऊं,तोहरी बलैयां, मैं
पग पग लिए जाऊं,तोहरी बलैयां
मैं जग की कोई रीत ना जानूं,
मैं जग की कोई
हो, मैं जग की कोई रीत ना जानूं
मांग का तोहे सिन्दूर मानूं
तू ही चूडियाँ मोरी, तू ही कलियाँ
पग पग लिए जाऊं,तोहरी बलैयां, मैं
पग पग लिए जाऊं,तोहरी बलैयां
मोहे लागे प्यारे, सभी रंग तिहारे
मोहे लागे प्यारे
हो, मोहे लागे प्यारे, सभी रंग तिहारे
दुःख सुख में हर पल, रहूँ संग पिया रे
दरदवा को बांटे, उमर लरकैयां
हो हो, पग पग लिए जाऊँ, तोहरी बलैयां
कहे तोहसे सजना, यह तोहरी सजनिया
पग पग लिए जाऊँ, तोहरी बलैयां