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मैंने बाँटे हैं भूमिगत पर्चे / अरनेस्तो कार्देनाल / मंगलेश डबराल
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मैंने बाँटे हैं भूमिगत पर्चे
सड़क के बींचोबीच इंकलाब ज़िन्दाबाद का नारा लगते हुए
बन्दूकधारियों सिपाहियों की परवाह न करते हुए
मैंने अप्रैल विद्रोह में शिरकत की
लेकिन जब तुम्हारे घर के सामने से गुज़रता हूँ
मैं पीला पड़ जाता हूँ
मुझे हिला देती है तुम्हारी एक ही निगाह
अँग्रेज़ी से अनुवाद : मंगलेश डबराल