भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

मैं, राख, मिट्टी, ख़ाक / राजकुमार कुंभज

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मैं, राख, मिट्टी, ख़ाक
कक्षाएँ अंतरिक्ष की अनंत

उड़ान मेरी,
हिम्मत मेरी अनंत
दुःख मेरा,
सुख मेरा,
एकांत मेरा

मैं अंतरिक्ष की कक्षाओं का सम्राट
जीवन का जीवन,
जीवन का वसंत मैं
मैं, राख, मिट्टी, ख़ाक

रचनाकाल : 2012